मैं एक बड़ी कंपनी में इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में काम करता हूँ, उसमें लोगों के टेक्नोलॉजी से रिलेटेड काम करना होता है, ऑफिस में असिस्टेंट मैनेजर की पोस्ट खड़ी थी और उस पोस्ट में एक नई जॉइनिंग की लड़की आई।इसमें जाकर और लैपटॉप ,ऑफिस की बाकी फॉर्मैलिटी करनी होती है जैसे एक न्यू जॉइन के लिए ,एक लड़की आई उसका पोस्ट असिस्टेंट मैनेजर था और मुलाकात के बाद पता चला उसका नाम नमिता यादव है, और धीरे-धीरे सारी फॉर्मैलिटी बताकर चला आया और कुछ ना कुछ काम आने लगता और नया काम आ जाता नमिता के पास जाना ही पड़ता था।नमिता जिस दिन आई थी

उसी दिन थोड़ी फास्ट गाड़ी की तरह बोलने लगी मुझे जाना है और जल्दी से सारी फॉर्मेलिटी कर दो, और मैंने उसका चेहरा देखा और फिर कुछ नहीं कहा, मेरा रोज कुछ ना कुछ काम आ जाने के बाद उससे बातें करना पड़ता था ,पता नहीं क्यों अच्छा लगाने लगा जैसे कि कोई है ,जो मेरे अपने बारे में पूछ रहा है। जब कोई कहता है, कैसे तो अच्छा फील होने लगता है और जैसे लगता है, जैसे कोई तो है मेरी फिक्र कर रहा था .ठीक उसी तरह कुछ दिन हो गए और नमिता कहने लगी कि मुझे रास्ता दिखाओ ना, कैसे ऑफिस आते हैं ,मैं जो है शेयरिंग टैक्सी के साथ आती हूँ और फिर जाकर मैंने उसकी मजबूरी समझा उसको बस से आने जाने का रास्ता दिखाया और हम बीच बीच में मिलते और गवर्नमेंट बस से कभी कभी साथ जाने लगे. मुझे भी अच्छा लग रहा था चलो जो है कोई तो मेरे साथ है और पहले दिन मैंने कहाँ चाय पियोगी और नमिता बोली कि मैं चाय नहीं पीती हूँ
मैंने बोला ठीक है कॉफी और नमिता वो भी मना कर दी और फिर जाकर इस तरह धीरे-धीरे दोस्ती हुई और उसने फ्लोर पर उसके बिहेवियर में कुछ ठीक नहीं लग रहा था , तो लंच के टाइम मैंने नमिता को पूरी तरह से समझाया और ऐसा नहीं करते है बताया और जब मैंने नमिता के गांव के बारे में पूछा पता चला कि नमिता मेरे गांव की है और हम साथ में एक ही कंपनी में काम करते हैं और फिर जाकर वो थोड़ी देर बाद घूम कर आई बोलती है कि मैं अनलोगो के लिए आती हूं और नमिता कहने लगी कोई कुछ मेरे बारे बोले है क्या, मैंने कहा नहीं , फिर नमिता चली गई।नमिता की ऑफिस में एक दोस्त बन गई थी जो उसको बोलती वही करती ,जब कभी बोलती चली जाती उसकी दोस्त ज़्यादा सिगरेट पीती है और कंपनी देने के लिए चली जाती थी।
एक दिन इस तरह हो गया कि वो मेरे बारे में हमारी बात होने लगी और धीरे-धीरे फोन पर थोड़ी-थोड़ी बात होने के बाद , हमारे अंदर फीलिंग जगने लगी और फिर मुझे देखती और मेरे साथ रहती तब तक बहुत खुश रहती और फिल्में देखने के लिए राजी हो गई .एक दिन मुझे नमिता नाश्ता करने के लिए बोली हम साथ में गए और जब मैंने पैसे देने लगा कहने लगी कि रहने दो क्यों दे रहे हो और फिर मैंने बोला जाने दो दे दिया और तरह हम बातें करते और अच्छा लगने लगा मुझे और मैं चलते चलते मैंने नमिता कंधों पर हाथ रख दिया और मुझे कहने लगी की मत रहो हाथ और मैंने बोला मेरा दोस्त है उसके कंधे पर हाथ रखने का आदत हो गया है मैंने बोला आप थोड़ी दूर होकर बात करो .
कुछ दिन बाद उसको लगाने लगा कि मेरे ऊपर टेस्ट कर रहा है और मुझसे काफी दूर होकर बात करने लगी और कुछ दिन के बाद अचानक उसके व्यवहार में बदलाव होने लगा तब जाकर पता चल कि ऑफिस की एक लड़की ने उसको ज्ञान देकर कहा कि उससे ज्यादा बात मत करो काम की ही बात करो और वो फिर जाकर मुझसे एकदम ही बात करना बंद कर दी जब मैं उसके पास गया कि कहने लगा क्या हूँ मुझसे बात नहीं करती हो यह सोचकर मैंने सॉरी बोला की है मैंने गलती की हो और मुझे समझ ना आ रहा हो . नमिता बोली नहीं नाराज़ नहीं हूँ और काम रहता है तो बात करती हूँ और फिर मैंने बोला सॉरी बड़ा वाला सॉरी फिर भी नहीं मानी और मैंने बोला रुको मैं भी चल रहा हूँ वो बोली मैं जा रही हूँ और जाने लगी तो बोलती हैं नीचे चलो और नीचे जाने के बाद रुक नहीं रही थी और मैंने 3 से 4 बार बोला तब जाकर रुकी बोलती है क्या है .
मैंने जब उसको रोका तब बोला कि सुनो तो नमिता बोली क्या है और मैंने जोर से बोला रुकना तब जाकर रुकी और नमिता गुस्सा की लेकिन रुकी और जाकर बोलती है क्या हुआ और मैंने उसको बोला कि अभी जो है हम लोग डेस्क पर नहीं जाएँगे और रिमोट से काम करेंगे तो नमिता बोलती है बाकि वहा तो ऐसे ही काम करते हैमैं कहता हूँ कुछ भी बात सुनती नहीं है और मैंने फिर बोला कि कार्तिक से दूर रहना बोलती है क्यों और कहती है कि मैं अपना काम करती हूँ बस चली जाती हूँ मुझे अपने काम से मतलब है और ये कहने के बाद जो है चुप हो जाती है मैं कहता हूँ मैं कहता हूँ जो गेट है इतनी दूर रहना और फिर जाकर जो है .
मैं भी चुप हो जाता हूँ ,नमिता बोली एक सुर में कहती है कि मैंने कुछ इंस्टॉल नहीं किया तुमने उस दिन बोला तुम्हारी आवाज बदली लगी मैं पूछने वाली थी और कल मैं देख लूंगा और फिर मैं चुप हो गया उसे पता है कि वो झूठ बोलती है और जब उसने वीडियो रिकॉर्ड करके अपने इंस्टाग्राम आईडी पर डाला था मैंने उसकी वीडियो देखी थी और फिर जाकर वो सामने देखी हुई चीज को झूठा बोल दे , तब जाकर मैं चुप हो गया ,फिर जाकर मैं नहीं कुछ बोला और नमिता कुछ बोलने वाली थी गुस्से में थी फिर कुछ सोची चली गई और जब वो खड़ी थी शुरू में तो मैंने बोला यहाँ आ जाओ तो कहती है क्या हुआ लोग देख रहे हैं और बोली कहने लगी मैंने बहुत प्यार से बोला और मैं बोला तू एकदम एक सास में बोलती है और मैं हश रहा था वो थोड़ा भी मुस्करा तक नहीं रही थी और गुस्से से चली गई.
कुछ दिन तक मेरे से गुस्सा थी और उसके पहले उसने अपने इंस्टाग्राम पर एक रील डाली थी जो कि ऑफिस परिसर की वीडियो थी मैंने पहले से माना किया था और नमिता बोली कि डिलीट कर देगी लेकिन किया नहीं, सबसे पहले मैंने पूछा कि आपने कोई वीडियो बनाया है और माना कर दिया तब जाकर मैंने फिर बोला झूठ मत बोलो तब जाकर बोला कि हाँ बनाया है और फिर मैंने बोला आप उस वीडियो को डिलीट कर दो और फिर हाँ में हाँ मिलाकर चली गई और फिर जब मैंने देखा दूसरे दिन उसके अकाउंट में वही वीडियो दिख रहा था मैंने फिर से बोला कि आप डिलीट कर दो और बोली कि ठीक है
मैं वीडियो को Archive कर देती हुई और फिर मैंने बोला ऐसा मत करो और वो बोलती है Archive कर डुगी नहीं दिखेगा और कुछ दिन बात जो है, हमारी बातें चल रही थीं अचानक एक दिन जो है गवर्नमेंट बस में मिली और हम फिर ऑफिस की बात और एक दूसरे की बात करने लगे उसको फोटो लेना था हमारे साथ लेकिन वो जो है झिझक रही थी और फिर जाकर में ही फोटो नहीं लेने दिया और ठीक इसी तरह जो है दूसरे दिन देखी और मैं बैठकर बुक पढ़ रहा था तभी अचानक जो है नमिता बोली मुझसे बोली क्या पढ़ रहे हो मै बोला बी कॉम अभी पढ़ रहा हु तो मैंने झूठ बोला मेरा छूट गया था और बोली क्या छूट गया था और फिर
जाकर जो है मेरी उम्र पूछने लगी तो मैंने बोला कि पहले ही माना किया था पर्सनल बात मत पूछना और फिर जाकर चुप हो गई हम दोनों बस गवर्नमेंट में साथ में उतरे लेकिन जो है उसने ना मेरे साथ आए और ना ही मैंने नमिता को बुलाया और तब से लेकर मैंने दो बार मनाया और अच्छे से सॉरी बोला और फिर जाकर उसको बिना गलती के सॉरी बोला और उसको व्हाट्सएप्प कके सॉरी बोला फिर भी नहीं मानी। जब मैं घर जा रहा था तब देखी और अचानक तो मैंने बोला कि घर और नमिता बोलने लगी कि अब मैं बोल दुगी गुस्सा हो जाएगा और मैं बोला कि कुछ मैं बोला तो बोलती है कि बोल दुगी गुस्सा होकर मुँह फुलाकर बैठ जाएगा और फिर नीचे गई बिल्डिंग के और फिर जाकर जो है
उसके बाद और मैंने बोला मेट्रो में चलते तो वो ,जो है गुस्से से बोली कि मैं चल के जाऊँगी और फिर जाकर जो है मैं बोला मैं आता हूँ और फिर बोलती है जा ना और मैं ये भी बोला कि रुक आता हूँ और बोलती है जा जा ना और मैं मेट्रो में चल गया उसके साथ नहीं गया मुझे पता चल गया बहुत गुस्सा है और फिर जाकर जो है मेरे सामने सिक्योरिटी वाला खड़ा था वो भी देखकर सोचने लगा और दूसरे दिन से देख कर अनदेखा करने लगी और उसने ऑफिस में जो वीडियो बनाया था अपने अकाउंट में डाला था वो सबको पता चल गया और वो जाकर मेरे सीनियर को पता चल गया और मेरे सीनियर ने तो जाकर जनरल मैनेजर को बता दिया और जनरल मैनेजर ने बोला मेल करो और मैंने मना कर दिया कहाँ जाने दो
उसकी नौकरी चली जाएगी और जाकर सीनियर ने मेरी बात मानी और मैं बोला उसको फोन करके बोल दो और मेरे सीनियर ने फोन करके बोला दिया और उसने मुझे ही ब्लॉक कर दिया ,यह समझने के लिए कि मैंने उसकी वीडियो को दिखाया,सही बात यही थी कि मैंने उसको माना था और नहीं मान रही थी, उसकी नौकरी बचाने के लिए अपने सीनियर को बताया कि ऐसा वीडियो बनाया है, मुझे थोड़ा भी यकीन नहीं था की नमिता की बात इतनी ऊपर जाएगी और फिर तब से लेकर अब तक उससे बात नहीं करती है और उससे अभी तक ब्लॉक रहा है और कभी-कभी मुलाकात हो जाती है, हम एक दूसरे का चेहरा देखकर अनदेखा कर देते हैं,